Wednesday, February 2, 2011
Tuesday, January 11, 2011
Human Right Day
मानव अधिकार दिवस १० दिसंबर मानव जीवन मे कितना महत्व रखता है यह तय करना मानव की मानसिक एवं भौतिक दशा पर निर्भर करता है. चुकी १० दिसंबर को ना तो बाज़ारे सजी होती है और ना ही आर्चीज़ गैलरी मे भीड़-भाड़ यहा तक की शब्दो का आदान-प्रदान का सिलसिला भी नही चलता जैसे हैपी बर्थडे , हैपी न्यू ईयर इत्यादि ऐसे मे १० दिसंबर को याद रख पाना तोड़ा सा मुश्किल हो जाता है. और हम मानव अधिकार दिवस और इसके जीवन् मे महत्व दोनो ही भूल जाते है. संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून का मानव अधिकार दिवस पर संदेश उन मानव अधिकार के रक्षको को समर्पित है जो ना तो भूलते है और ना ही भूलने देते है. ना किसी अधिकारो का हनन करते है और ना ही करने देते है. लोगो के अधिकारो को जीवन वास्तविक बनाने मे कृतसंकल्प हो जाते है| मानव अधिकारो के ऐसे ही रक्षको को यह मानव अधिकार दिवस समर्पित है|
हम वो है जो अधिकारो का हनन बर्दाश्त करने की क्षमता नही रखते, हम वो है जो किसी कमजोर की मजबूती बनते है , हम वो है जो स्वतंत्रता एवं मानव -गरिमा के लिए अपनी आवाज़ बुलंद करते है.| और वो भी हम ही है जो ऐसे साहस की बड़ी कीमत भी चुकाते है . कभी हमे झूठे मुक़दमे मे फसाने की कोशिश होती है तो कभी धमकाया जाता है् हम जेल भी गये है लेकिन हम इस कदर कृतसंकल्प है की रुकने का सोचते ही नही | हम भेदभाव के विरुद संघर्ष करते है, मानव अधिकारो के उलंघनो की जाच-पड़ताल करते है शिकार हुए व्यक्ति को सहायता कर न्याय दिलाने का प्रयास करते है| हम मानव अधिकार के रक्षको की रक्षा की ज़िमेदारी राज्य शासन की होती है जब हम रक्षको का जीवन ख़तरे मे पड़ता है तो मानव आरक्षित हो जाता है| जब हमारी आवाज़ दबाई जाती है तो न्याय दाब जाता है. हम वही है जो अखिल भारतीय मानव अधिकार निगरानी समिति के नाम से जाने जाते है. आइए हम सब जो अधिकारो का हनन बर्दाश्त नही करने की क्षमता वाली विलक्षण के साथ जन्म लिए है शपथ ले की यह विलक्षण मृतुपर्यंत साथ रखेंगे .ऐसे मानव अधिकारो के रक्षको के कार्यो को विश्वा तक ले जाने की कोशिश डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू. ह्यूमन राइट विंग. को.इन से की गयी है. जिसके मध्यम से हम हम ह्यूमन राइट डिफेंदर चाहे जहा भी हो जुड़ कर कार्यो, विचारो का आदान - प्रदान कर सकते है.
हम वो है जो अधिकारो का हनन बर्दाश्त करने की क्षमता नही रखते, हम वो है जो किसी कमजोर की मजबूती बनते है , हम वो है जो स्वतंत्रता एवं मानव -गरिमा के लिए अपनी आवाज़ बुलंद करते है.| और वो भी हम ही है जो ऐसे साहस की बड़ी कीमत भी चुकाते है . कभी हमे झूठे मुक़दमे मे फसाने की कोशिश होती है तो कभी धमकाया जाता है् हम जेल भी गये है लेकिन हम इस कदर कृतसंकल्प है की रुकने का सोचते ही नही | हम भेदभाव के विरुद संघर्ष करते है, मानव अधिकारो के उलंघनो की जाच-पड़ताल करते है शिकार हुए व्यक्ति को सहायता कर न्याय दिलाने का प्रयास करते है| हम मानव अधिकार के रक्षको की रक्षा की ज़िमेदारी राज्य शासन की होती है जब हम रक्षको का जीवन ख़तरे मे पड़ता है तो मानव आरक्षित हो जाता है| जब हमारी आवाज़ दबाई जाती है तो न्याय दाब जाता है. हम वही है जो अखिल भारतीय मानव अधिकार निगरानी समिति के नाम से जाने जाते है. आइए हम सब जो अधिकारो का हनन बर्दाश्त नही करने की क्षमता वाली विलक्षण के साथ जन्म लिए है शपथ ले की यह विलक्षण मृतुपर्यंत साथ रखेंगे .ऐसे मानव अधिकारो के रक्षको के कार्यो को विश्वा तक ले जाने की कोशिश डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू. ह्यूमन राइट विंग. को.इन से की गयी है. जिसके मध्यम से हम हम ह्यूमन राइट डिफेंदर चाहे जहा भी हो जुड़ कर कार्यो, विचारो का आदान - प्रदान कर सकते है.
Our Website mail to us
Subscribe to:
Posts (Atom)